Rahat Foundation
RAHAT FOUNDATION OF INDIA-SOCIAL SOLUTION
सामाजिक समाधानः राहत फाउंडेशन आंफ इंडिया
Assalam Alaikum, After the successful formation of the “National Advisory Council” based on one lakh members of Social Parliament with the commendable support from across the country, the task of seeking Opinion” has started. But the results are not as expected. So, we have decided to replace the members who fail to actively participate in the project and instead add members who are active. We hope this would give better results.
As such the previous project is basically complete. So, with the blessings and guidance of our active members, we have decided to launch a unique Bait-ul-Maal “Rahat Foundation of India” (An organ of the regd. Trust). The basic reason for taking this step is that according to news reports, around one lakh crore rupees per annum is spent on welfare and charity in the form of Zakat in the Muslim community yet the task of ‘chanda’ or donation collection goes on all the year round in various institutions. But where does the money go? Why don’t we see any positive development?
Since Zakat is obligatory on those who are eligible to pay, it is our responsibility as a Muslim to make sure that it is used in the best possible way. It is not merely sufficient to pay Zakat but to guarantee that the money reaches the right person who deserves it is also part of it. This is what Social Parliament aims to do with the help of its one lakh members spread all across the country.
WHY IS RAHAT FOUNDATION THE BEST OPTION?
- The details about the monetary donations made to the foundation as well as the name and address of the donor will be available on aapkiawaz.com along with the details of the reason why and on whom the money was spent along with their phone number and address. This is something no other organization or foundation does.
- 2. The money will only be spent as per the advice, help, reference and recommendation of Social Parliament members. It will help curbing monopoly and corruption .
- 3. It will also reduce fraud and misuse of charity funds.
- 4. It will considerably bring down the current commission rate of 60-80% ultimately leading to full utilization of the funds to help the needy.
- 5. The amount handed out to the unemployed and the needy is a kind of loan as it is preferable for them to find a respectable way to earn a living rather than just beg for money.
- 6. The contribution amount can be at least @ Re.1 per day also may be members of national advisory council of social parliament.
- The foundation will accept money only from people referred by members of Social Parliament.
- Any concession offered in any of the institutes of the foundation will be provided only on the recommendation of social parliament members to protect the organization from fraudsters and malicious elements.
- Aapkiawaz reserves the right to form or change the rules as and when required as also to terminate the membership of any members. The decision will be final. 10. Any member who contributes an amount can submit a proposal only for double that amount or seek concession. 11. The foundation will have no representative for collecting funds. As soon as any contribution is made both the donor and the mediator will be informed. All responsibility at the time of the contribution will be on the donor.
For more information give a missed call on 9213344558 (Matloob) or Visit at Aapkiawaz.com Plz Contribute Amount/bank interest etc: Rahat Foundation of India..SBI Zakir Nagar Branch, New Delhi. Account No.32833959520, IFSC: SBIN0008079, CIF No.86621167057.- Thank you। Plz “Like ✔ Comment ✔ Tag ✔ Share.
राहत फाउंडेशन आंफ इंडिया का संक्षिप्त परिचय
अस्सलाम अलैकुम..सोशल पार्लियामेंट के 1 लाख गणमान्य सदस्यों पर आधारित “नेशनल एडवाज़री कौसिल” के गठन में पूरे मुल्क से क़ाबिले तारीफ सहयोग की वजह से मिली शानदार कामयाबी का बाद “मशवरा” लेने का काम शुरु कर दिया गया है। लेकिन नतीजा उम्मीद के मुताबिक़ नही है। इसलिए अब सिर्फ जो जवाब नही देते है उनको हटाकर उनकी जगह एक्टिव लोगों को शामिल करने का काम चल रहा है और जैसे-जैसे अच्छे लोग शामिल व बेकार के लोग निकलते जायेगें..इंशा अल्लाह उतने ही अच्छे नतायज़ मिलते रहेगें। इस तरह ये प्रोजेक्ट बुनियादी तौर पर पूरा हो चुका है।
इसलिए अब इन्ही सदस्यों की दोवाओं व रहनुमाई से एक बेमिसाल बैतुलमाल “राहत फाउंडेशन आंफ इंडिया” (रजि0 ट्रस्ट का उपक्रम) नाम से क़ायम करने का फैसला लिया गया है। जिसकी प्रमुख वजह है कि अखबारों के मुलाबिक़ लगभग 1 लाख करोड़ रुपये सालाना मुल्क के मुसलमानों के वेलफेयर व चेरिटी पर ज़कात आदि के ज़रियें खर्च होता है..लेकिन फिर भी 12 महीनें हर इदारे में चंदा होता ही रहता है तो आखिर वो पैसे जाते कहा है और उसके नतीजे क्युं नही नज़र आते है। ज़कात फर्ज़ है इसलिए इसके सही इस्तेमाल को यक़ीनी बनाना भी हम मुसलमानों की जिम्मेदारी है। क्योंकि ज़कात आदि की अदायगी ही काफी नहीं है..बल्कि ज़रुरतमंद की तहक़ीक व तस्दीक़ भी उसका अहमतरीन हिस्सा है जो काम सोशल पार्लियामेंट जैसा इदारा जिसके सदस्य पूरे देश में होने की वजह से बेहतर तरीके से कर सकता है।
राहत फाउंडेशन मुल्क में सबसे बेहतर इदारा क्यु है?
- फाउंडेशन की आमदनी व खर्च के एक-एक पैसे का हिसाब-किताब, पैसे देने वालों के नाम व पते, जहाँ पर पैसे खर्च किये है और उसकी वजह की तफसीली जानकारी फोटो, पते व फोन नंबर आदि के साथ AapKiAwaz.com पर मौजूद होगी, जबकि ऐसा शायद ही कोई भी इदारा व तंजीम ऐसे करता हो।
- इन पैसों का इस्तेमाल सोशल पार्लियामेंट के सदस्यों की राय, सहयोग, रिफरेंस व रिकमेंडेशन आदि से ही सिर्फ किया जायेगा यानी मनमानी पर लगाम लगेगी।
- इस तरह से फर्ज़ी चंदा वसूलने वालों की नकेल कसने व असली हक़दार की मदद की जा सकेगी।
- आमतौर से 60-80% तक कमीशन को कम से कमतर करके ज़्यादा से ज्यादा ज़रुरतमंदों की मदद की जा सकेगी।
- काबिले वापसी शर्त पर एक मुश्त मदद देकर बेरोजगारों, भीख मांगने के लिए मजूबर लोगों को अपने पैरो पर खड़े करने को तरजीह दी जायेगी।
- सहयोग राशि कम से कम 1 रुपये प्रतिदिन की दर ही हो सकती है और वो भी सोशल पार्लियामेंट के नेशनल एड़वाईज़री कौसिल के सदस्य होंगे।
- फाउंडेशन सिर्फ और सिर्फ सोशल पार्लियामेंट के सदस्यों के रिफरेंस से ही कोई भी सहयोग राशि लेगा।
- फाउंडेशन के क़ायम कर्दा किसी भी इदारे में किसी भी तरह की रियायत सोशल पार्लियामेंट के सदस्यों के रिकेमेंडेशन पर ही दी जायेगी ताकि फितना परवर, मुफ्तखोर व फर्जी दावेदारों से फाउंडेशन महफूज़ रह सकेगा ।
- समय समय पर आवश्यकतानुसार नियम बनाने व फेर-बदल करने व किसी की भी सदस्यता समाप्त करने का पूरा अधिकार Aapkiawaz के पास सुरक्षित व फैसला अंतिम व सर्वमान्य होगा। 10. कोई भी सदस्य अपने व अपने जरियें से जमा करायें गये पैसे दुगनी रक़म तक के ही प्रपोज़ल दे या रियायत की माँग आम तौर से कर सकता है। 11. फंड जमा करने के लिए फाउंडेशन का कोई नुमाइंदा नहीं होगा और पैसे यहाँ आते ही पैसे देने व दिलवाने वाले को इत्तला दी जायेगी..यानी उससे पहले की सारी जिम्मेदारी पैसे देने व दिलवाने वाले की ही होगी।
अधिक जानकारी के लिए 9213344558 (Matloob) पर मिस्डकाल दीजियें या Visit at Aapkiawaz.com Plz Contribute Amount/bank interest etc: Rahat Foundation of India..SBI Zakir Nagar Branch, New Delhi. Account No.32833959520, IFSC: SBIN0008079, CIF No.86621167057.- शुक्रिया। Plz “Like ✔ Comment ✔ Tag ✔ Share.
RAHAT FOUNDATION OF INDIA (Baitul-Mall) (An organ of Regd. Trust)- One of the most important obligation in Islam. It is first of it kind which will be 100% transparent and will function democratically by disclosing complete details on website. According to reliable sources approximately Rs.40,000 Crores from India is collected in Zakat only and if foreign contribution is also included it will reach up to Rs.1 Lakhs crores per annum. Secondly, normally 60-80% commission goes to collection agents and around 40-60% are fake collectors. In such case RAFI can be a very reliable source for contributors.